नारद शिक्षा अनुसार साम के स्वर मंडल इतने हैं ,
७ स्वर , ३ ग्राम ,२१ मूर्छना ,४९ तान , इन सात स्वरों की तुलना वेणु स्वर से इस प्रकार है ,
१ प्रथम मध्यम /म
२ द्वितीय गांधार /ग
३ तृतीय ऋषभ /रे
४ चतुर्थ षड्ज /सा
५ पञ्चम निषाद /नि
६ षष्ठ धैवत /ध
७ सप्तम पञ्चम / प
साम गानों में ये ही सात तक के अङ्क तत्तत स्वरों के स्वरुप को सूचित करने के लिए लिखे जाते हैं।
७ स्वर , ३ ग्राम ,२१ मूर्छना ,४९ तान , इन सात स्वरों की तुलना वेणु स्वर से इस प्रकार है ,
१ प्रथम मध्यम /म
२ द्वितीय गांधार /ग
३ तृतीय ऋषभ /रे
४ चतुर्थ षड्ज /सा
५ पञ्चम निषाद /नि
६ षष्ठ धैवत /ध
७ सप्तम पञ्चम / प
साम गानों में ये ही सात तक के अङ्क तत्तत स्वरों के स्वरुप को सूचित करने के लिए लिखे जाते हैं।
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