त्यागमूर्ति ,अनन्त श्री विभूषित ,स्वनामधन्य ,दिल्ली नरेश श्री केजरीवाल उवाच -
मेरे लिए घर देखा जाय। ( ३ जनवरी को हाँ मैं सरकारी आवास लूँगा )
कई दिन तक मौन व्रत।
नहीं -नहीं मैं घर नहीं लूँगा। (४ जनवरी नहीं मैं नहीं लूँगा )
मुझे मना किया गया।
मुझे कई लोगों ने फोन किया।
मुझे छोटा घर चाहिए।
निष्कर्ष -मेरा मन था ,लेकिन ये आम आदमी का तमगा पता नही कैसे दिन दिखायेगा खैर कोई बात नहीं छोटा घर चलेगा।
कमाल करते हो केजरी जी आप भी सीधे -सीधे कह डालो न दिल की बात।
हम भी तो आम आदमी ही हैं समझ सकते हैं आपके सारे जज्बात।।
मेरे लिए घर देखा जाय। ( ३ जनवरी को हाँ मैं सरकारी आवास लूँगा )
कई दिन तक मौन व्रत।
नहीं -नहीं मैं घर नहीं लूँगा। (४ जनवरी नहीं मैं नहीं लूँगा )
मुझे मना किया गया।
मुझे कई लोगों ने फोन किया।
मुझे छोटा घर चाहिए।
निष्कर्ष -मेरा मन था ,लेकिन ये आम आदमी का तमगा पता नही कैसे दिन दिखायेगा खैर कोई बात नहीं छोटा घर चलेगा।
कमाल करते हो केजरी जी आप भी सीधे -सीधे कह डालो न दिल की बात।
हम भी तो आम आदमी ही हैं समझ सकते हैं आपके सारे जज्बात।।
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