ये सैफई के नाम पर सन्नाटा क्यों है भाई ?
देश को तुमने सांचों में बांटा क्यों है भाई ?
किसी के शौचालय की खबर बनी प्राइम टाइम ,
किसी को जरुरी ख़बरों से छांटा क्यों है भाई ?
कमाल का सेक्युलर देश और कमाल की है जनता,
पैसे के बिस्तर फिर भी बजट में घाटा क्यों है भाई ?
देश को तुमने सांचों में बांटा क्यों है भाई ?
किसी के शौचालय की खबर बनी प्राइम टाइम ,
किसी को जरुरी ख़बरों से छांटा क्यों है भाई ?
कमाल का सेक्युलर देश और कमाल की है जनता,
पैसे के बिस्तर फिर भी बजट में घाटा क्यों है भाई ?
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